
कुमार विश्वास हमेशा सोशल मीडिया पर खुलकर अपने विचार को रखते हैं।
देश के जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने प्रदूषण की हालत को लेकर दिल्ली सरकार पर भी खतरनाक बाते बोला है। केजरीवाल सरकार ने राजधानी दिवाली में पटाखों की बिक्री और खरीद पर पुरी तरह से बैन लगा दिया है। ओर अब पटाखे जलाने वालों पर भी कार्रवाई हो सकती है। आप सरकार का कहना है कि यह कदम प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करने के लिए उठाया गया है।
कुमार विश्वास ने शुक्रवार को ट्वीट में लिखा ये , “मैं और मेरा परिवार दशकों से पटाखे नहीं जलाते है ओर इस हालातों में तो किसी को भी हमें नहीं जलाने देना चाहिए । अपने ही सरकारों के निकम्मेपन और खुद की हर काम में राजनैतिक एप्तिजनक बाते करने की आदत से पैदा हो रहे प्रदूषण का ठीकरा पटाखों के सर फोड़ना ठीक नहीं होगा।
प्रदूषण की चादर से लिपटी रही है ये दिल्ली, वातावरण में चली ‘बहुत खराब’ हवा; 17 अन्य शहरों का भी यही हाल हुआ है।
विश्वास ने अपने ट्वीट पर कहीं समर्थन के रहे , ओर कहीं विरोध: कुमार विश्वास के इस ट्वीट पर कमेंट्स की बाढ़ आती दिख रही है। कुछ लोगों ने उनका समर्थन किया है , तो कई और लोगों ने उन पर निशाना भी साध रखा है।। निखिल जाधव नाम के एक यूजर ने कहा, “आपको लगता है इस हिंदू खतरें में है स्लोगन वाली राजनीति में ये बात उन लोगों के गले उतरेगी? कल वह लोग आप को भी हिंदू विरोधी कहने में पीछे नही रहेंगे। हिंदू त्योहारों पर बंदी क्यों ऐसी प्राइम टाइम डिबेट्स लेने वाले “राष्ट्रभक्त” पत्रकारों की भी अब कमी नही है हमारे देश में।”
पटाखे तो एक दिन जलेंगे और अब अगर सब को चिंता हैभी रही है तो पर्यावरण की तो त्याग दो गाड़ियां, एयरकंडीशनर, कूलर जिससे ओजोन का क्षरण हो रहा , लेकिन ये अब छोड़ कर बस त्योहारों पर ज्ञान देने सभी आ जाते है।
नीतू शर्मा नाम की एक यूजर ने कहा, “यकीनन पटाखे प्रदूषण और पैसे की बरबादी के लिए ही होता हैं, हर साल के 364 दिन प्रदूषण होता है,खास तौर पर दिल्ली के हालात तो बद से बदतर हो गई हैं, एक ही दिन को प्रदूषण का जि़म्मेदार ठहराना तो उचित नहीं है । बच्चें भी पूरा साल इंतजार करते हैं, पटाखे जलाने का। ”
कोरोना वायरस जो कि मनुष्य के फेकड़ो पे आक्रमण करके उससे निष्क्रिय कर देता है और दीवाली में अगर ओर प्रदूषण हुआ तो अपने छोटे बच्चे ओर बुजुर्ग लोगों को दिक्कत आ जायेगी।