
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले साल (2021) में अपना पद छोड़ने वाले हैं।. एक रिपोर्ट में यह बताया गया है कि गंभीर बीमारी की वजह से पुतिन इस्तीफा देने वाले हैं। मॉस्को के राजनीतिक वैज्ञानिक वेलेरी सोलोवी ने द सन को बताया था कि रूस के राष्ट्रपति की 37 वर्षीय प्रेमिका, अलीना काबेवा और उनकी दो बेटियां उन्हें पद छोड़ने के लिए प्राथना कर रही हैं। उनके परिवार वाले चाहते हैं कि वो अपना पद छोड़ दें ताकि वो अपने स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान दे।
पुतिन की गर्लफ्रेंड जिमनास्ट अलीना कबाइवा और उनकी दोनों बेटियों ने उनसे इस्तीफा देने को कहा है. पुतिन ने जनवरी में अपने हैंडओवर प्लान को सार्वजनिक करने का प्लान बनाया था।
सोलोवी ने यह बताया कि पुतिन पार्किंसन बीमारी से पीड़ित हो जाएंगे, हाल ही में उनके शरीर में बीमारी के लक्षण देखे गए हैं,ओर यह भी पता चला है कि राष्ट्रपति पुतिन हाल ही में पैरों के लगातार हिलने (कांपने) की समस्या से जूझते हुए भी नजर आए थे जो इसी बीमारी का एक लक्षण है,उनको उंगलियों में भी प्रबल्म हैं ।पुतिन के पद छोड़ने की अटकलें ऐसे समय में सामने आई हैं जब रूसी विधायक राष्ट्रपति द्वारा प्रस्तावित कानून पर विचार कर रहे हैं जो पूर्व राष्ट्रपतियों को आपराधिक अभियोजन से जीवन भर की प्रतिरक्षा प्रदान करेगा.
राष्ट्रपति पुतिन अभी 68 साल के हैं. उन्होंने पहली बार 7 मई 2000 को राष्ट्रपति पद संभाल रखा था और वो रूस के प्रधानमंत्री भी थे।.
वो जिस बीमारी से जूझ रहे है उसके पांच स्तर होते हैं . पहले स्टेज में इसका लक्षण नजर नहीं दिखता हैं।. ओर जब शरीर में कंपन आने लगता है, तब वह बीमारी का दूसरा स्टेज है।. तीसरे स्टेज में अन्य ओर भी लक्षण दिखने लगते हैं।. चौथे स्टेज में खड़े होने और चलने में परेशानी होती है।. पांचवे स्टेज में मानसिक छमता पर असर करता है।. भूलने की बीमारी भी इसी स्टेज में हो जाती है।. जब दूसरे स्टेज पर आते है तो उस वकत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
डॉक्टर इस बीमारी के इलाज के लिए जीवन-शैली में बदलाव, दवाई, थेरेपी, एक्सरसाइज़ और डीप ब्रेन स्टिमुलेशन की प्रक्रिया देते हैं।.