
कोरोना वायरस की वजह से भारत की -23.9% जीडीपी गिरी
सरकार द्वारा 2020-21 के पहले तिमाही की जीडीपी के आंकड़े बताए हैं। इसके अंदर -23.9% तक की गिरावट आई है। यह गिरावट कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण देश के अंदर ओद्योगिक की गतिविधियां बंद करने के कारण हुई है।
लॉक डाउन की वजह से देश में सभी कार्यों को रोक दिया गया। जिससे देश की अर्थव्यवस्था पर भी काफी असर पड़ा। इसकी वजह से इंडिया की जीडीपी धीरे-धीरे गिरती गई और आज इस वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी के आंकड़ों में नेगेटिव आंकड़े दर्ज किए गए।
देश के अंदर 1996 में जीडीपी के तिमाही आंकड़े शुरू किए गए थे। इतने सालों के बाद देश में पहली बार सबसे बड़ी जीडीपी में गिरावट इस साल हुई है। जीडीपी गिरने से एशिया की सभी प्रमुख अर्थव्यवस्था में भी बहुत ज्यादा गिरावट हुई है।
एजेंसीयो द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार बताया गया है, कि पिछले साल 2019-20 में तिमाही के अंदर जीडीपी में 5.2% की बढ़ोतरी हुई थी।
देश के अंदर जहां एक तरफ फैली बीमारी के अंदर नेगेटिव ग्रोथ का अनुमान लगाया जा रहा था। वहीं चीन के अंदर 2020 में जनवरी से मार्च में पहले की तिमाही के अंदर 6.8% की गिरावट हुई थी, परन्तु बाद में जून अंदर 3.2% की ग्रोथ हुए है।
कोरोना महामारी के दौरान चीन ने बहुत से प्रोडक्ट को बेचकर अपनी जीडीपी में ग्रोथ कर लिया। वहीं दूसरी तरफ भारत के अंदर लोक डॉन की प्रक्रिया चलने लगी। जिससे पूरे देश में सभी ओद्योगिक कार्य बंद कर दीजिए और इसका प्रभाव भारत की जीडीपी पर बहुत ज्यादा पड़ा।
आठ कोर सेक्टर में हुई गिरावट
भारत के अंदर जीडीपी के गिरावट के कारण 8 कोर में बहुत ज्यादा गिरावट हुई है। इन 8 कोर के अंदर कोयला, प्रकृति गैस, रिफाइनरी, सीमेंट, स्टील, विद्युत, क्रूड ऑयल, उर्वरक आदि शामिल है।
देश के 8 इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों में जुलाई के अंदर 9.6% तक गिरावट दर्ज की गई है। जुलाई के महीने में रिफाइंड प्रोडक्ट, सीमेंट सेक्टर और तेल के उत्पादन में कॉन्ट्रैक्शन किया गया, ताकि देश की जीडीपी को सुधार जा सके।